Wednesday 15 February 2012

yatra tatra

यत्र  नार्यस्तु पूज्यते  रमन्ते तत्र देवता !

अर्थात :- जहाँ नारी का सम्मान होता है वहां ही देवताओं का निवास होता है . जहाँ नारी का सम्मान किसी भी प्रकार से नहीं होता वहां कभी सुख शांति नहीं रहती , और देवता भी वहां से रुष्ट हो जाते हैं .

जननि जन्भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी   !

अर्थात :-  जन्म देने वाली माता जन्म भूमि और स्वर्ग से भी बढ़ कर है .



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